किताबें और रेड सैंडल्स

    2014  -15  के बीच में मुझे लिखने का बहुत जूनून सा हो गया था। डायरी से बाहर दिन प्रतिदिन के अनुभव , प्रेक्षण आदि अब ब्लॉग , फेसबुक पर आने लगे थे। लोगों को सरल शब्दों में अपनी बात रखने का तरीका बड़ा पसंद आया। धीरे धीरे फैन फॉलोविंग भी बढ़ी। देश में ही […]

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बनारस यात्रा

  बनारस यात्रा      बनारस घूमने की चाह बहुत सालों से थी , पर संयोग न बना। पूर्व में प्रयागराज , गोरखपुर से आगे न गया। इतिहास की पढ़ाई की है और साहित्य का शौक रहा है। दोनों में ही बनारस का विशेष स्थान है। महाजनपद के समय से लेकर , साहित्य में नीला चाँद

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मैं किंग नहीं किंगमेकर हूँ

    साल 2012 -13 की बात है , अहमदबाद में एक्साइज इंस्पेक्टर  के तौर पर जॉब कर रहा था , उन्हीं दिनों चुनाव में ड्यूटी लगी।  अहमदाबाद से कुछ दूर दंधुका तालुका में। मेरा सर्विसलांस-(चुनाव में अवैध धन का प्रयोग न होने पाए )  का काम था। एक महीने पहले से ड्यूटी शुरू हो गयी

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मेरा मोटापा और इसकी कहानी

    यह सोच कर ही अजीब लग सकता है कि मैं अपने जीवन के शुरुआती दिनों में वजन बढ़ाने के लिए , कितना ज्यादा परेशान रहता था.      50 किलो वजन हो जाने के लिए तरसता था, पूरी पढ़ाई के दिनों में मेरा वजन 48 … 49 किलो के बीच झूलता रहता था। न जाने

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नौकर की कमीज (1994 )

 नौकर  की  कमीज (1994 )          नए साल का पहला हफ्ता भी न बीता और एक उपन्यास खत्म हो गया। वैसे एक दशक पहले यह बड़ी सामान्य बात होती पर अबके दिनों में यह खुद के लिए बड़ी बात लग रही है और इसी बहाने काफी आरसे से रचनाकर्म में जो ठहराव आ गया

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अगर जूतों से रेस होती तो मैं भी खरीद लेता

 अगर जूतों से रेस होती तो मैं भी खरीद लेता      इस साल (2024) जुलाई से मैंने अपने फिटनेस प्रोग्राम में रनिंग भी जोड़ ली। जुलाई 24  में मेरी कोशिस ३ किलोमीटर दौड़ने की होती थी। अगस्त में मैंने इसे ५ से ७ किलोमीटर कर लिया। 22 सितम्बर 2024 को पहली बार डेकाथलान की दिल्ली

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उन्नाव की कुछ यादें

    अतीत बड़ा सम्मोहक होता है। यूँ तो उन्नाव को छोड़े बरसों बीत गए। पहले अहमदाबाद के दिनों में कानपुर होते हुए घर जाना होता तो उन्नाव में एक दो रात रुकना हो जाता था। अब जब छुट्टी ही एक दिन की मिलती है तो सीधा गाँव वाले घर में आराम फरमाना सबसे सुकूनदायक

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post without title

  काफी दिन दिनों से कोई कहानी न लिखी , वजह तमाम है जैसे समय का न होना , लैपटॉप व  फ़ोन में आसानी से हिंदी टाइप न हो पाना और आखिरी पर सबसे महत्वपूर्ण बात इच्छा ही न  होना।  तमाम नए अनुभव मिले , चीजों को बारीकी से अब भी  देखता हूँ पर न

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More income through Agriculture

 Here are some ideas to generate more income through agriculture in India: Value-added Processing: Explore opportunities to add value to agricultural products through processing and packaging. This can include producing items like ready-to-eat snacks, fruit juices, pickles, jams, and sauces, which can fetch higher prices in the market. Organic Farming: Consider transitioning to organic farming

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बचपन

बचपन  पता नहीं आप में किस किस ने बचपन में वो कहानी पढ़ी है या नहीं जिसमें एक छोटा बच्चा अपने पिता के साथ कहीं घूमने जा रहा होता है, रास्ते में उसे दूरी बताने वाले पत्थर पर लिखे अंको को लेकर जिज्ञासा होती है तो उसके पिता अंको का ज्ञान सिखाते हैं. यात्रा के

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