Media reality

हरकारा

सनसनी को
समाचार बनाकर
दिखला रहा है हरकारा
हत्याओं से नही
हत्यारों से नहीं
हत्याओं से भरे समाचारों के
कम बिकने के आसरो से
घबरा रहा है हरकारा

सुल्तान अहमद की कविता

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