भारतीय संस्कृति को हिन्दी द्वारा ही विश्व तक पहुंचाया जा सकता है किंतु भारतीय संस्कृति विश्व में तब तक प्रतिषिठत नहीं हो सकती है जब तक हिंदी अपने देश में प्रतिषिठत नहीं होती
फादर कामिल बुल्के
भारत के बाहर हिन्दी बोलना आसान है, भारत में नहीं।
अटल बिहारी बाजपेर्इ