BSF के कॉस्टेबल का वीडियो देखा या उसकी न्यूज़ जरूर सुनी होगी । अभी पिछले साल ही सिविल सेवा में सोशल नेटवर्क से जुड़ा क्वेश्चन भी पूछा गया था।यह एक बढ़िया उदाहरण हो सकता है । उसने सही किया या गलत या वो गलत है यह चीजे जाने दीजिये । यह सोशल नेटवर्क का असर है कि इस तरह की चीजे सामने आ पाती है और साथ ही साथ उन पर क्विक एक्शन भी लिया जा रहा है । संगठन गलत नही हो सकता पर उसमे कुछ व्यक्ति जरूर गलत हो सकते है । इस तरह यह देखा जा सकता है कि सोशल मीडिया में गति है और इसका असर भी होता है .