दिव्या : यशपाल का उत्कृष्ट उपन्यास

दिव्या 1945   में लिखित बौद्धकालीन उपन्यास  ‘ दिव्या ‘ इतिहास नही , ऐतिहासिक कल्पना मात्र है  इतिहास विश्वास की नही , विश्लेष्ण की वस्तु है .  मनुष्य भोक्ता नही करता है .  यशपाल जी मार्क्सवादी विचारधारा के लेखक है , इस नावेल में इसी विचारधारा की पुष्टि होती है।   बौद्ध धर्म , हिन्दू […]

दिव्या : यशपाल का उत्कृष्ट उपन्यास Read More »