कविता 6: A love latter
कविता 6: एक प्रेमपत्र एक सुहानी रात तुमने कहा कि मैं लिखूँ एक प्रेमपत्र जिसमें बतलाऊँ कि मेरे हदृय में क्या जगह है आपकी, क्या मायने है आपके होने मेरे जीवन में। सुनो प्रिय, मैं कोई उपमा नहीं दे सकता जो परिभाषित कर सके हमारे अनाम रिश्ते को मैं अमिधा में ही कहूँगा कि तुम […]
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