Guljar
दिल्ली में आज बारिश बहुत हो रही है, ऐसे में गुलजार की ये शब्द
बारिश बारिश में एक अद्भुत संगीत होता है, इनसे भीगे पत्तो मधुर धुन , यूँ चुपचाप इन्हें सुनना, महसूस करना स्व को देखना हैं। परिवेश में न जाने कैसी अजब शांति है, मन में बारिश का भीना संगीत भीतर तक आह्लादित कर जाता है। न जाने कितने कवि, लेखक इसको महसूस कर क्या सुंदर रचनाये
बेमौसम बारिश जैसे आज शाम बेमौसम बारिश हुई ठीक वैसे ही एक शाम तुम मेरे जीवन में आ गयी। ©आशीष कुमार, उन्नाव 6 मई, 2021।
पहली वर्षा बारिश शुरू से ही लेखन के लिए पसदींदा विषय रहा है। मैंने भी इस पर लगभग हर वर्ष कुछ न कुछ लिखता रहा हूँ। दरअसल पहली बारिश बहुत अनुभूतिक विषय होता है। तपते दिनों से परेशान मन में स्वतः उल्लास उमड़ता है। इस शहर में रहते 5 वर्ष हो गए। यह मेरा आखिरी