DUM LGA KE HAISA
कल की रात गरबे के शोर में गयी . रात २ बजे तक सोसेइटी में अर्केरस्त्त्र बजता रहा . न तो मै उसे देखने गया ओर न ही सो पाया . इसे ही विडंबना कहते है . खैर आज मुझे कल की तरह से रात नही गुजरने थी . इस लिए लगा कि अच्छा होगा […]
कल की रात गरबे के शोर में गयी . रात २ बजे तक सोसेइटी में अर्केरस्त्त्र बजता रहा . न तो मै उसे देखने गया ओर न ही सो पाया . इसे ही विडंबना कहते है . खैर आज मुझे कल की तरह से रात नही गुजरने थी . इस लिए लगा कि अच्छा होगा […]