solved ias ans 2015

दिनकर की कविता मे राष्ट चेतना

दिनकर की कविता मे राष्ट चेतना  भावों के आवेग प्रबल    मचा रहे उर में हलचल    रेणुका  पूछेगा बूढ़ा विधाता तो मैं कहूँगा    हाँ तुम्हारी सृष्टि को हमने मिटाया। रे रोक युद्धिष्ठिर को न यहाँ    जाने दे उनको स्वर्ग धीर    पर फिरा हमें गांडीव गदा    लौटा दे अर्जुन भीम वीर।      हिमालय कितनी मणियाँ […]

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यशपाल का ” झूठा सच”

यशपाल का ” झूठा सच” भारत विभाजन की मार्मिक अभिव्यक्ति  दो भागो मे -1 वतन और देश 2 देश का भविषय  प्रमुख पात्र – जयदेव पूरी ,उसकी बहन तारा , उसकी प्रेमिका कनक , मास्टर राम लुभाया , इनके बड़े भाई राम ज्वाला , डा. प्राणनाथ , पहला भाग लाहौर की कथा है तो दूसरे

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